यह एक सच कहना है। मेरे जीवन में बहुत कुछ भी नहीं था लेकिन आपने आया और सब कुछ बदल दिया। अब हर दिन मुझे उत्साह हर्ष। मुझे महसूस होता है कि मैं जीवित हूँ.
एक साथ चलने की चाह नहीं, बस तुम्हारा साए
तुम दुनिया का सफर अकेले ही चलो। मैं आपके हर पड़ाव पर चाहत नहीं. बस तुम्हारा साए जीवन के अंकुर जोड़ेगा।
तू ही है मेरा पूरा संसार
यह प्रतिबद्धता तो कभी है। मैं मेरी click here दुनिया को तुझसे पाया है। जीवन का यह शानदार सफ़र, मेरे लिए बस ही है।
तुझकी कलम में बुनकर कहानी, तू अकेला ही काफी है
एक लेखक भावना का स्रोत बन सकता है. वो पेंसिल के साथ दुनिया को एक नया रूप देता है. पर कभी-कभी, एक कहानी की पंखुड़ियों में उड़ान भरने का सम्मान भी होता है जो लेखक अकेले ही महसूस करता है.
इस रास्ते पर| अपनी कहानी लिखना एक अनोखी यात्रा होती है. हर बिंदु में लेखक की भावनाएँ झलकती है. और यह अनुभव एक अकेले लेखक के लिए समृद्ध बन सकता है.
- जब भी| एक लेखक अपनी कहानी लिखता है, तो वो नया कुछ बनाता है.
- यह खुद ही उसे प्रोत्साहित बनाते हैं.
कभी भी डर मत
यहाँ सच है कि जीवन में अक्सर हम खुशहाल महसूस करते हैं, जब हम दूसरों के साथ होते हैं। परन्तु, यह भी सच है कि हम अकेले ही खड़े होने का अभ्यास कर सकते हैं और खुद को जानने में समर्थ पाना चाहिए। कभी-कभी अकेलापन हमें एक अनोखा अवसर प्रदान करता है कि हम अपने विचारों, भावनाओं और लक्ष्यों पर गौर करें। हर दिन, याद रखें कि आप अकेले ही भी पूरा हैं, आत्मा में स्थिर रहें।
दिल की कोटि में बस तुझका ही स्वर
यह मन कहता है कि कुछ नया करना चाहिए, कुछ अनोखा. आत्मा का सफर एकदम सीधा नहीं होता। कभी-कभी यह उतना ही दुखद हो जाता है कि हमें खुद को शांत करना पड़ता है। लेकिन फिर भी हम दृढ़ संकल्पित रहते हैं, क्योंकि हमारे आत्मा में एक अमिट विश्वास बस गया है कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।